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नवंबर 11, 2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Kitna kare koi kisi ko pyar

कितना करे कोई किसी को प्यार, जब वो पलभर में ही किसी और का हो जाता है। कितना भी कर लो इकरार एक दिन दिल टूट ही जाता है कोई जान कहता है, कोई जानेमन। किसी का लव, तो किसी का बाबू एक दिन यही बाबू किसी और के काबू में होगा 😀😀😀😀😀😀😀 किसी और के लिए कर लेते हैं खुद को खराब और वही एक दिन खुशी खुशी किसी और का होने मे देर नहीं लगाता हम बेठे रहे गम के साये में और  वो जिये खुशी के उजाले में कोई फरक नहीं पड़ता उसको हमारी तकलीफों से बस वो खुश हो किसी भी तरह,  तभी तो एक से मन भर दूसरे को अपना लिया जो कहते थे कभी तुम्हारे बिना जीना मुमकिन ना होगा आज कुछ ज़्यादा जी रहे हमारे बिना वादे किए जाते हैं हमारे साथ मगर  निभायें जाते किसी और के साथ l वक़्त निकालने के लिए हम और  वक़्त गुज़ारने को कोई और सारे दुख, गम तुम्हारे.... हमारे लिए,  और तुम्हारी खुशियां किसी और के लिए l जब हो जरूरत तुमको तो हमारा नाम जब ना हो जरूरत तो हमारा क्या काम l जब हो गलती हमारी तो बेकार हम जब हो गलती तुम्हारी तो भी बेकार हम