सुनो ना थोड़ा रुक जाओ ना मेरे लिए , मे थक चुका हूं बहुत, तुम साथ दो तो तुम्हारी सोहबत में चल सकता हू । तुम साथ रहोगे तो हिम्मत रहेगी मुझ में भी, वरना थक कर बैठ जाऊंगा मे यही कही । सुनो ना एक पल हाथ तो बढाओं ना मेरी तरफ, मुझे भी साथ ले लो ना । सफर ये मिलो का है, बाते करते करते तय कर लेंगे, कुछ तुम कहना, कुछ मे कहूंगा। जब कोई एक थक जायेगा तो दूसरा चलने को मजबूर करेगा, जब दोनों थक जाएंगे तो किसी छांव का सहारा ले, चाय की चुस्कियों के साथ इच्छाएं जाहिर केरेंगे अपनी, सुनो ना ..थोड़ा रुक जाओ ना मेरे लिए.... ***********, *, **,,,,, *************,,,,,, ******* तु बेबाक सा यू साँसों में शामिल हैं, महक अभी भी तेरी, रूह में शामिल हैं । यू तो महक जाता हूँ हर घड़ी, तेरे इंतज़ार में, मगर शामिल होने को तरस जाता हूँ। तु अश्क निगाहों से बह बह कर निकल रहा है, वक्त गुज़र गया इतना फिर भी तु रगो मे बह रहा है । अब तो ले जा तेरी यादे, जो मे जी सकूं तेरे बिन । वरना रोज थोड़ा थोड़ा मर रहा हूं ।
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