रिश्ते भी अजीब होते हैं इस समाज के
कोई रिश्तों में डूब जाता है, तो कोई रिश्तों से परे हो जाता है।
लेकिन उसकी अहमियत हमेशा महसूस करता है।
, कोई दोस्त हैं, तो कोई भाई हैं, कोई मां है, तो कोई पिता, ,
तो कोई भाई - बहन।।
हर रिश्ता बड़े ही नाजों से पलता है।
,
दरकिनार कर जाते है हम कई बार इन सब रिश्तों को, लेकिन अंत मे वहीं आकर मिल जाते हैं।
हो जाती रिश्तों में अनबन कभी तो, दोनों ही मुरझा सा जाते हैं।
लाख गालिया देते हैं मगर मिठास बरकरार रहती है।
अजीब है समाज के रिश्ते भी.. इन्ही रिश्तों में सबसे पवित्र रिश्ता भाई बहन का ।
जो सात समन्दर पार भी अपना वजूद नहीं भूल पाता।
हो अगर बहन तो पूरा घर गूंजता है शोर शराबों से , ना हो तो एक अजीब सी चुप्पी घर में छा जाती है।
होते हैं झगड़े भी रोज कोई ना कोई बात पे कभी भाई नाराज़ तो कभी बहन हो जाती है खफा।
गायब हो जाता है सारा गुस्सा उस वक्त जब बहन या भाई बड़े प्यार से कहते है।
तेरे लिए भी चाय बनाऊ क्या ,,,,😊 😊 दूसरे ही पल दोनों आपस मे बैठ कर चाय की चुस्कियां लेते नज़र आ जाते हैं।
, यहीं होता है अक्सर इन दोनों के दरमियान..
जब हो जाती भाई की शादी घर में आती भाभी।
बहन की हो जाती चांदी,
लेकिन हो जाती बहन की शादी तो भाई की बढ़ जाती परेशानी।
अब तो साल भर में एक दिन आए बहना,
तो भाई करे हंसी ठिठोलिया।। 😊
, बोलो केसी हो बहना,
बोले अब तो दिला दे कोई गहना। 😀😀😀
जाती हैं तो, कुछ लम्हें फिर से याद दिला जाती है, जो बंद लिफाफे की तरह इधर - उधर बिखरे रहते हैं।
यहीं है बस एक बंधन जिसकी डोरी दोनों तरफ बंध जाती है।।
Govn.....
कोई रिश्तों में डूब जाता है, तो कोई रिश्तों से परे हो जाता है।
लेकिन उसकी अहमियत हमेशा महसूस करता है।
, कोई दोस्त हैं, तो कोई भाई हैं, कोई मां है, तो कोई पिता, ,
तो कोई भाई - बहन।।
हर रिश्ता बड़े ही नाजों से पलता है।
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दरकिनार कर जाते है हम कई बार इन सब रिश्तों को, लेकिन अंत मे वहीं आकर मिल जाते हैं।
हो जाती रिश्तों में अनबन कभी तो, दोनों ही मुरझा सा जाते हैं।
लाख गालिया देते हैं मगर मिठास बरकरार रहती है।
अजीब है समाज के रिश्ते भी.. इन्ही रिश्तों में सबसे पवित्र रिश्ता भाई बहन का ।
जो सात समन्दर पार भी अपना वजूद नहीं भूल पाता।
हो अगर बहन तो पूरा घर गूंजता है शोर शराबों से , ना हो तो एक अजीब सी चुप्पी घर में छा जाती है।
होते हैं झगड़े भी रोज कोई ना कोई बात पे कभी भाई नाराज़ तो कभी बहन हो जाती है खफा।
गायब हो जाता है सारा गुस्सा उस वक्त जब बहन या भाई बड़े प्यार से कहते है।
तेरे लिए भी चाय बनाऊ क्या ,,,,😊 😊 दूसरे ही पल दोनों आपस मे बैठ कर चाय की चुस्कियां लेते नज़र आ जाते हैं।
, यहीं होता है अक्सर इन दोनों के दरमियान..
जब हो जाती भाई की शादी घर में आती भाभी।
बहन की हो जाती चांदी,
लेकिन हो जाती बहन की शादी तो भाई की बढ़ जाती परेशानी।
अब तो साल भर में एक दिन आए बहना,
तो भाई करे हंसी ठिठोलिया।। 😊
, बोलो केसी हो बहना,
बोले अब तो दिला दे कोई गहना। 😀😀😀
जाती हैं तो, कुछ लम्हें फिर से याद दिला जाती है, जो बंद लिफाफे की तरह इधर - उधर बिखरे रहते हैं।
यहीं है बस एक बंधन जिसकी डोरी दोनों तरफ बंध जाती है।।
Govn.....
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