Prem ki dagar....
प्रेम की डगर आसान नहीं बड़ी मुश्किल होती है ।
चलना बड़ा मुश्किल होता है मोहब्बत कि राह पे,
कुछ चलकर सीख जाते हैं, तो कुछ सीखकर चलते हैं ,
मगर मुकाम हासिल नहीं कर पाते ।
कुछ लोग ही होते हैं जिनको सच्चा प्यार नसीब होता है, जो उम्र भर साथ रहता है l
और किस्से सुनाते हैं महफिलों में उसके, जिसको कभी अपना सब कुछ मानते थे l
और वो... जो कभी परछाई की तरह साथ रहने का वादा किया करते थे l
और आज धूप की तरह याद भी नहीं करते,
छोटा सा शब्द है प्रेम, मगर इसके किस्से बड़े बड़े हो जाते हैं,
होती ना अगर जमाने में चाहत तो कितना सुकून रहता, ना खुद बदलते ना हालत,....
मगर एक पल के लिए सोचा जाए तो ना होती मोहब्बत अगर जमाने में तो तन्हा हो जाता इंसान l
बस प्रेम मे ही जीवन है, प्रेम मे ही ख्वाहिश है
में तुझसे प्रेम करू तु मुझसे प्रेम करे
गुज़र जाए ये जिंदगी तेरे ही प्रेम में
प्रेम से हर लम्हा हो प्रेम से हर साल
प्रेम मे ही जीता रहूं प्रेम मे ही मरता रहूं
प्रेम ही हो जीवन का आधार.......


टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें