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Gazal

jo abhi tak jindgi me aya hi nahi,uske liye man itna utawala hota na dekha mene, l

akhir kyu tumko us ajnabee ki parwaah rahti h l

jisko jana na tha abhi tak,uske liye dil me itni chahat l

itna sab kuch tha magar ek hi pal me nazare hta li hmse l

hame dard bhaut huaa us waqt,jab aap us shaks se rubru hone ko gye l

nazar andaz kar bethe hamko is tarh ki ab to khud par hi hasi aane lagti h, l

kya kuch nahi kiya unke khushi ke vaste l

kya kuch nahi khoya ,unki mohabat ke vaste l

ek jindgi bhar ke riste ko bhi chod chuka tumhare vaste l

magar tumne to ek lamha bhi muje na diya,
jise me apna kh saka l

shyad m hi galat tha jo tumhe apna samaz betha l

bas shukr h khda ka ki dil hi lagaya tha,
dimag laga leta to ...ye shabdo ka silsila shuru na hota ...l😊😊😊

                    Govn..... 😀 😀 😀 

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Dr. Ambedkar, Ambedkar speech, Dr. Ambedkar shayari, Ambedkar poem,

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